Expressway : इस महीने से शुरू होगा 12 जिलों को जोड़ने वाला एक्सप्रेसवे, यात्रियों और व्यापार को मिलेगा बड़ा लाभ
गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण तेजी से जारी, 12 जिलों से होकर गुजरने वाला 594 किमी लंबा एक्सप्रेसवे दिसंबर 2024 तक पूरा होगा। जानिए इस प्रोजेक्ट के बारे में ताजा अपडेट और इसके फायदे।
Expressway : इस महीने से शुरू होगा 12 जिलों को जोड़ने वाला एक्सप्रेसवे, यात्रियों और व्यापार को मिलेगा बड़ा लाभ
गंगा एक्सप्रेसवे, उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण तोहफा साबित होने जा रहा है। यह एक्सप्रेसवे न सिर्फ यातायात में सहूलियत देगा बल्कि औद्योगिक विकास और आर्थिक उन्नति को भी बढ़ावा देगा। मेरठ से शुरू होकर प्रयागराज तक 594 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे 12 जिलों से होकर गुजरेगा, जिससे क्षेत्र की कनेक्टिविटी में अभूतपूर्व सुधार होगा।
दिसंबर तक पूरा होगा महत्वपूर्ण चरण
मेरठ के जिलाधिकारी दीपक मीणा के अनुसार, गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य तेजी से प्रगति कर रहा है। दिसंबर 2024 तक मेरठ के क्षेत्र में काम पूरा होने की उम्मीद है। इसका लाभ श्रद्धालुओं के साथ-साथ स्थानीय निवासियों को भी मिलेगा। खासकर प्रयागराज में 2025 में होने वाले कुंभ मेले को ध्यान में रखते हुए, इस एक्सप्रेसवे को समय पर पूरा करने की योजना बनाई गई है।
इसके साथ ही, इंडस्ट्रियल कॉरिडोर की जमीन का अधिग्रहण भी 60% तक हो चुका है। इस कॉरिडोर के निर्माण से औद्योगिक क्षेत्र में बड़ी सुविधाएं मिलेंगी, जिससे राज्य के नागरिकों को रोजगार और आर्थिक अवसर प्राप्त होंगे।
मेरठ से प्रयागराज तक 12 जिलों से होकर गुजरेगा
गंगा एक्सप्रेसवे 12 प्रमुख जिलों से होकर गुजरेगा, जिनमें मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, उन्नाव, रायबरेली, शाहजहांपुर, हरदोई, प्रतापगढ़ और प्रयागराज शामिल हैं। इस एक्सप्रेसवे के माध्यम से मेरठ से प्रयागराज की दूरी महज 8 घंटे में पूरी की जा सकेगी, जो वर्तमान में 11 घंटे का समय लेती है।
पुल और हवाई पट्टी का निर्माण
गंगा और रामगंगा नदियों पर दो महत्वपूर्ण पुलों का निर्माण किया जा रहा है, जिससे यातायात में और भी सहूलियत होगी। इसके अलावा, भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों की लैंडिंग और टेक-ऑफ के लिए शाहजहांपुर में 3.5 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी का निर्माण भी इस परियोजना का हिस्सा है।
यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों और गंगा किनारे बसे शहरों को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। इसके साथ ही, राज्य के औद्योगिक विकास में भी बड़ा योगदान देगा। यह प्रोजेक्ट उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPIDA) के तहत किया जा रहा है। एक्सप्रेसवे के जरिए क्षेत्रीय व्यापार को नई ऊंचाइयां मिलेंगी और लोगों की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा।
मुख्य टोल प्लाजा और अतिरिक्त सुविधाएं
गंगा एक्सप्रेसवे पर दो प्रमुख टोल प्लाजा बनाए जाएंगे—एक मेरठ में और दूसरा प्रयागराज में। इसके अलावा, 12 अन्य रैंप टोल प्लाजा भी स्थापित किए जाएंगे। इससे यात्रियों को सुविधा मिलेगी और ट्रैफिक का सुचारू संचालन होगा।
गंगा एक्सप्रेसवे न केवल उत्तर प्रदेश के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट साबित होगा। इससे न केवल यात्रा का समय कम होगा बल्कि औद्योगिक और आर्थिक गतिविधियों में भी तेजी आएगी। यह परियोजना उत्तर प्रदेश के विकास की दिशा में एक बड़ा कदम है और इसे समय पर पूरा करने के लिए संबंधित विभागों द्वारा निरंतर मॉनिटरिंग की जा रही है।